किसानों पर बल प्रयोग कर भाजपा सरकार किसान विरोधी, कमजोर और कायरता का परिचय दे रही है: अभय सिंह चौटाला प्रदर्शन के दौरान हुई किसान की मृत्यु व्यर्थ नहीं जाएगी: अभय चौटाला भाजपा गठबंधन सरकार की हालत यह है कि एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जिस दिन कोई घोटाला सामने न आए
Dharmpal Verma
daksh darpan samachar Seva
चंडीगढ, 26 नवम्बर: अपनी मांगों को लेकर जंतर-मंतर पर शांतिपूर्वक धरना प्रर्दशन के लिए जा रहे किसानों पर इतनी भीषण ठंड में वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल भाजपा का असली किसान विरोधी चेहरा है जबकि प्रजातांत्रिक प्रणाली में हमारा संविधान ये इजाजत देता है कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए कोई भी संगठन शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शनन कर सकता है। ये बात इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने एक बयान जारी कर कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही तरीका अपना कर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। किसानों द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन को सरकारी कर्मचारियों का समर्थन इस बात की तस्दीक करता है कि आज प्रदेश की सरकार से कोई वर्ग खुश नहीं है। प्रदर्शन के दौरान बुधवार को हुई एक किसान की मृत्यु पर दुख जताते हुए कहा कि किसान द्वारा दी गई कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। केंद्र की सरकार को अन्नदाता की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए और किसान संगठनों से बातचीत कर फसलों पर एमएसपी की गारंटी व सजा का प्रावधान का लिखित में आश्वासन दे। किसानों को गिरफ्तार करके व उन पर बल प्रयोग कर भाजपा सरकार किसान विरोधी, कमजोर और कायरता का परिचय दे रही है।
इनेलो नेता ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार जहां प्रदेश की जनता को हर तरह से प्रताडि़त कर रही है वहीं घोटाले करने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ती। पहले कोरोना की आड़ में घाटाले किए, अब जब किसान अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर हैं तो इसकी आड़ में मुख्यमंत्री के विधान सभा क्षेत्र करनाल की मंडी में एक और धान खरीद घोटाला सामने आ गया। यह घोटाला अधिकारियों द्वारा सरकार के लोगों के साथ मिली-भगत कर फर्जी गेट पास काट कर किया जा रहा था। वहीं कुरूक्षेत्र व यमुनानगर में दूसरे राज्यों से घटिया क्वालिटी के चावल लाकर बेचने का मामला भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की भाजपा गठबंधन सरकार की हालत यह है कि एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जिस दिन कोई घोटाला सामने न आए।
चंडीगढ, 26 नवम्बर: अपनी मांगों को लेकर जंतर-मंतर पर शांतिपूर्वक धरना प्रर्दशन के लिए जा रहे किसानों पर इतनी भीषण ठंड में वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल भाजपा का असली किसान विरोधी चेहरा है जबकि प्रजातांत्रिक प्रणाली में हमारा संविधान ये इजाजत देता है कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए कोई भी संगठन शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शनन कर सकता है। ये बात इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने एक बयान जारी कर कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही तरीका अपना कर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। किसानों द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन को सरकारी कर्मचारियों का समर्थन इस बात की तस्दीक करता है कि आज प्रदेश की सरकार से कोई वर्ग खुश नहीं है। प्रदर्शन के दौरान बुधवार को हुई एक किसान की मृत्यु पर दुख जताते हुए कहा कि किसान द्वारा दी गई कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। केंद्र की सरकार को अन्नदाता की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए और किसान संगठनों से बातचीत कर फसलों पर एमएसपी की गारंटी व सजा का प्रावधान का लिखित में आश्वासन दे। किसानों को गिरफ्तार करके व उन पर बल प्रयोग कर भाजपा सरकार किसान विरोधी, कमजोर और कायरता का परिचय दे रही है।
इनेलो नेता ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार जहां प्रदेश की जनता को हर तरह से प्रताडि़त कर रही है वहीं घोटाले करने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ती। पहले कोरोना की आड़ में घाटाले किए, अब जब किसान अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर हैं तो इसकी आड़ में मुख्यमंत्री के विधान सभा क्षेत्र करनाल की मंडी में एक और धान खरीद घोटाला सामने आ गया। यह घोटाला अधिकारियों द्वारा सरकार के लोगों के साथ मिली-भगत कर फर्जी गेट पास काट कर किया जा रहा था। वहीं कुरूक्षेत्र व यमुनानगर में दूसरे राज्यों से घटिया क्वालिटी के चावल लाकर बेचने का मामला भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की भाजपा गठबंधन सरकार की हालत यह है कि एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जिस दिन कोई घोटाला सामने न आए।