सैनी का के सौदा ? बोदा नहीं बरोदा @
कांग्रेस भाजपा का आधिपत्य भी,
राजकुमार और सत्य भी l
धर्मपाल वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
चंडीगढ़ l
कहते हैं हरियाणा में पूरे देश में सबसे कम छुआछूत है परंतु यहां राजनीति जाति के आधार पर होती रही है l बरोदा में जो चुनाव होने जा रहा है उसमें मुद्दे गायब है परंतु जाति और जातीय समीकरण पूरी तरह से हावी है l इसमें कोई संदेह नहीं कि आखिरी मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस में होगा परंतु यहां दो उम्मीदवार ऐसे आने वाले हैं जो दो अलग-अलग दिशाओं के पर्याय के रूप में देखे जाएंगे l इन दोनों को लोग अलग अलग तरीके से निर्णायक मानकर भी चल रहे हैं lहोगा क्या , यह तो वक्त बताएगा लेकिन उनके आने से मुख्य प्रतिद्वंदी हल्के भारी हो सकते हैं l कितना फर्क पड़ेगा यह अभी इसलिए नहीं बताया जा सकता कि उम्मीदवारों के नाम सामने नहीं आए हैं l
आज हरियाणा लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के सुप्रीमो राजकुमार सैनी बरोदा हलके में नजर आए l उनको देखते ही लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि सैनी ने चुनाव लड़ा तो भाजपा की दिक्कतें बढ़ जाएंगी और इससे कांग्रेस को लाभ होगा l वैसे ही जैसे पिछले चुनाव में गोहाना में हुआ था l
लोग दो बात करते हैं l एक यह कि गोहाना में राजकुमार सैनी चुनाव नहीं लड़ते तो यह सीट पक्के तौर पर भाजपा जीत लेती राजकुमार सैनी बेशक हार गए परंतु कांग्रेस को जीता गए दूसरा यह कि राजकुमार सैनी अब पेशेवर हो गए हैं और वे बरोदा में भी भाजपा को हराने के लिए ही आए हैं l
कारण यही है कि वह उसी वोट बैंक में डेंट करेंगे जो भाजपा को मिलने वाला है l लोग कहते हैं कि राजकुमार सैनी गोहाना में ही नहीं जीत पाए तो बरोदा में जीत का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता l वह पहले भाजपा के लिए थे अब अपने लिए बताए गए हैं l ऐसा लगता है जैसे वे बुलाए गए हैं l
उधर विभाजन के बाद कमजोर हुई इनेलो का बरोदा में ब्योंत अब बोदा दिखाई नहीं दे रहा l इस पार्टी के बारे में सबकी यह राय हैं कि वे उस समुदाय के व्यक्ति को चुनाव मैदान में उतारेंगे जो कांग्रेस के इसी समुदाय के वोट बैंक मैं सेध लगाने का काम करेगा जिससे भाजपा को लाभ होगा अब किसका तीर कितना गहरा जख्म करेगा यह वक्त बताएगा l
इस हल्के में एक जाति विशेष के हजारों मतदाता ऐसे हैं जो न कांग्रेस को वोट डालते न भाजपा को l असल में ये देवी भक्त है l मतलब पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवी लाल के अनुयाई हैं lचौधरी देवी लाल ने हरियाणा में कांग्रेस के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी l भाजपा को भी समय-समय पर कोसते रहे और इस क्षेत्र के कृषक वर्ग के लोग जो काफी संख्या में हैं उनकी बात मानते रहे l इनमें से कुछ बीच में दिशा बदल गए भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बात करने लगे लेकिन जो नहीं बदले हैं वह इस चुनाव में भी नहीं बदले तो फिर कांग्रेस का गणित भी बिगड़ता नजर आने लगेगा l यहां इनेलो मजबूत हुई तो कुछ और परिणाम सामने आएंगे और राजकुमार सैनी अच्छा हाथ मार ले गए तो फिर भाजपा के पसीने छूट जाएंगे l पिछले चुनाव की बात करें तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत पहले से घट गया था अब बढ़ेगा तभी बात बनेगी लेकिन जिस योजना से भाजपा चुनाव लड़ रही है उसे देखते हुए लगता है कि चुनाव अंतिम दिनों में बहुत रोचक हो जाएगाl आज एक तरफा चुनाव अगर कल फस जाता है तो फिर भाजपा के लिए कई चीजें आसान हो जाएंगी, ऐसा माना जा रहा है l इसलिए कांग्रेस और भाजपा से बाहर की दो विषम ताकते बरोदा उपचुनाव में निर्णायक स्थिति में आ गई तो फिर कोई भी उलटफेर हो सकता है l इसलिए चारों दोनों के उम्मीदवारों को लेकर लोगों में जिज्ञासा तो बड़ी ही हुई है नाम सामने आने के बाद ही हरजीत की कैलकुलेशन हो पाएगी l इस समय बरोदा का चुनाव सरदारी और सरकारी नजर आ रहा है मतलब एक तरफ सरदारी यानि चौधर का सवाल है तो दूसरी तरफ सरकारी यानि सरकार की जोर आजमाइश है l देखना है कि सैनी और सत्य में से कौन भारी पड़ता है l
बरोदा हल्का एक नज़र
आबादी 270548
मतदाता 1,78158
पुरुष मतदाता 97886
महिला मतदाता 80272
हल्के में कुल बूथ 280