@ बरोदा का उपचुनाव + चलो घोषणा तो शुरू हुई l
धर्मपाल वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
चंडीगढ़ l
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राजनीति में मीडिया की भूमिका को आप किसी तरह से भी इग्नोर करके नहीं जा सकतेl मीडिया के लोग राजनीतिक राजनीतिज्ञों के सलाहकार भी साबित हो जाते हैं l जब आप पब्लिक के बीच में रहेंगे तो आपको बहुत सी चीजों का पता लगना शुरू हो जाएगा lबरोदा में उपचुनाव की संभावना उसी समय नजर आने लगी थी जब वहां के विधायक चौधरी श्री कृष्ण हुड्डा गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में दाखिल हुए l श्री हुड्डा को मानसिक आघात लगा था इसमें कोई दो राय नहीं परंतु आज लोगे महसूस कर रहे हैं कि श्री हुड्डा निहायत शरीफ और बढ़िया नेता थे उनकी कई खासियत लोग पीढ़ियों तक याद करेंगे l
जैसे ही चुनाव की चर्चा शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उनके सलाहकारों ने पत्रकारों से पूछना शुरू किया की बरोदा में किस मुद्दे पर चुनाव लड़ना चाहिए l ऐसे ही कुछ लोगों ने हमारी भी राय जानी lदक्ष दर्पण की से यह लिखा भी गया और बताया भी गया कि बरोदा विधानसभा क्षेत्र शुद्ध ग्रामीण हल्का है जिसमें कोई कस्बा ही नहीं है यहां किसी गांव में कोई राजकीय महाविद्यालय मतलब कोई गोरमेंट कॉलेज नहीं है l इस विचार को सलाहकारों में मुख्यमंत्री तक पहुंचाया और आज 1 अगस्त को सरकारी तौर पर यह घोषणा कर दी गई कि रक्षाबंधन के उपलक्ष में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य में 10 कन्या महाविद्यालय मंजूर कर दिए हैं l इनमें से दो बरोदा हलके के गांव भैंसवाल कला और बरोदा में बनेंगे l यदि यह दोनों कॉलेज बनते हैं और यहां कक्षाएं शुरू हो जाती है तो हम भी यह कहने की स्थिति में रहेंगे की विद्या मंदिरों के बनवाने में मीडिया का भी रोल है l
इसी तरह के सवाल पूछने वाले लोगों को हमने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को जीत हासिल करनी है तो अभी से विकास का पहिया तीव्र गति से घुमाना पड़ेगाl लोगों को यह एहसास कराना पड़ेगा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार वास्तव में उनकी पक्षधर है lइसके लिए बिजली की उचित व्यवस्था करना सिंचाई साधनों को चुस्त-दुरुस्त करना जरूरी होगा lअब आप ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल यह संदेश देने की बार-बार कोशिश कर रहे हैं कि वे इस क्षेत्र के लोगों को राज में हिस्सेदारी देना चाहते हैंl सरकार उनका विकास करना चाहती है lमुख्यमंत्री यह भी सिद्ध करने की कोशिश करते हैं कि उन्हें इस बात को लेकर आश्चर्य होता है कि राजनीतिक दल यहां वोट तो बटोरते रहे परंतु काम नहीं किया और हम काम करके दिखाएंगे तो ही लोगों से आशीर्वाद की अपेक्षा करेंगे lइस कड़ी में मुख्यमंत्री ने यहां की ट्रेन नंबर 8 में पानी छुड़वाया l गांव देहात में बिजली के घंटे बढ़ाएं l टूटी-फूटी सड़कों पर काम शुरू कराया और अब दो कॉलेज बनाने की घोषणा भी कर दी lयहां कुछ लोग इस इंतजार में भी हैं कि जिस तरह भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गोहाना हल्के में लड़कियों की एक बड़ी संस्था को महिला विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने का काम किया उसी तरह मौजूदा भाजपा की सरकार बरोदा हल्के की ऐसी ही संस्थान जनता विद्या भवन को यूनिवर्सिटी आदि बनाने का काम करके दिखाएगी l
यहां कॉन्ग्रेस के जमाने के राज की व्यवस्थाओं में और अब पिछले 6 सालों में एक बड़ा फर्क और देखने को मिला है l कांग्रेस कहो या भूपेंद्र हुड्डा के शासन में नहरी पानी की आपासी बढ़ी थी lराजबाहों आदि की क्षमता बढ़ाई गई थी पानी ज्यादा आता था जिससे पेयजल की समस्या का समाधान होने लगा था और सिंचाई पहले की बजाय अच्छे ढंग से होने लगी थी lतालाबों में पानी पर्याप्त मात्रा में मिलने लगा था परंतु पिछले 6 वर्षों में नहरों का पानी टेल पर नहीं पहुंचने की समस्या फिर से शुरू हो गई है lगांवों के लोग इन चीजों को अपने ही ढंग से प्रस्तुत करते हैं l शिकायत करते हैं मांग करते हैं यही नहीं एक-दूसरे के कामों की तुलना भी करके नई बात बताते हैं l
अब दो कॉलेजों की घोषणा तो हो गई अब कांग्रेस के लोग सवाल उठाना शुरू करेंगे कहेंगे कि चुनाव के समय की गई है दूसरी घोषणाएं केवल चुनावी स्टंट है l 2 महीने बाद ना कोई कॉलेज बनेगा न कक्षाएं शुरू होंगी l बरोदा के लोग शरीफ तो हैं परंतु राजनीति में काफी जागरूक है l भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को कथित तौर पर यह मानकर नहीं चलना चाहिए की घोषणा करने मात्र से लोग वोट डाल देंगे lभाजपा को कई स्पष्टीकरण देने पड़ेंगे और लोगों को यह यकीन दिलाना पड़ेगा कि उनकी करनी और कथनी में कोई फर्क नहीं हैl
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को इस बात के लिए भी कथित तौर पर सतर्क और सावधान रहना होगा कि एक समय यहां जाट मतदाता एक ही भावना बनाकर चलता नजर आ सकता है lभावना यही होगी कि यदि भारतीय जनता पार्टी बरोदा से भी चुनाव जीत गई तो फिर एक जाति विशेष के लोगों की राजनीति खूंटी पर टंग जाएगी l ऐसी चीजें इस क्षेत्र में कई बार होती देखी गई l यह वही बरोदा हल्का है जहां 2019 के लोकसभा के चुनाव में सोनीपत क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में मैदान में आए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा 9 विधानसभा क्षेत्र मैं से आठ में चुनाव हारे परंतु बरोदा से लगभग 18000 वोटों से जीते थे lइसलिए हम कह सकते हैं कि इस जाटलैंड में चुनाव जीतने की योजना बनाने मैं लगी भारतीय जनता पार्टी ने वस्तुस्थिति का पता लगाने में थोड़ी सी भी चूक कर दी तो उसको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है l इसलिए सरकार यदि ऐसी ही घोषणा कर के चले जिसे वह समय पर पूरा करने की स्थिति में हो तो उसे निश्चित तौर पर लाभ होगा l भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के सूत्रधार इस खुश फहमी में जरूर होंगे कि पिछली सरकार में जिस तरह भारतीय जनता पार्टी ने मेयर के चुनाव में पांचो सीटें जीती जींद का उप चुनाव जीता और वह भी पराया उम्मीदवार लेकर उसी तरह वह अब बरोदा मैं भी बोदा प्रदर्शन करने नहीं जा रही मतलब इस जाटलैंड में भी उसे कामयाबी मिलेगी परंतु इन्हीं लोगों को इस हकीकत को अंगीकार करके चलना चाहिए कि हरियाणा में यही भारतीय जनता पार्टी पिछले विधानसभा चुनाव में 75 पार के नारे के बाद 40 तक सिमट कर रह गई थी lअब कांग्रेस के लोग निश्चित तौर पर कहना शुरु करेंगे कि जनता को भाषण नहीं राशन चाहिएl वायदे नहीं विकास चाहिए l कांग्रेस कहो या भूपेंद्र सिंह हुड्डा वह यह भी कह सकते हैं कि बरोदा के किसान जब भारतीय जनता पार्टी का नाम सुनते हैं और उसके नए प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का नाम सामने आता है तो उन्हें स्वामीनाथन आयोग की वह रिपोर्ट याद आने लगती है जो मोदी सरकार ने लागू ही नहीं की l